15 जुलाई 2025 के पेट्रोल-डीजल के नए रेट: वर्तमान समय में, भारत में ईंधन के दाम लगातार बदल रहे हैं, जो आम जनता की जेब पर गहरा असर डालते हैं। हर दिन सुबह 6 बजे, देश के विभिन्न शहरों के लिए पेट्रोल और डीजल की नई दरें जारी की जाती हैं। इस लेख में हम 15 जुलाई 2025 के ताजा पेट्रोल-डीजल के दामों की जानकारी देंगे।
भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें
पिछले कुछ वर्षों से, भारत में ईंधन के दाम वैश्विक बाजार की स्थिति, कर नीतियों और अन्य आर्थिक कारकों के आधार पर बदलते रहते हैं। हर शहर में ये दरें थोड़ी अलग होती हैं, जिससे यह जानना महत्वपूर्ण हो जाता है कि आपके शहर में आज के दाम क्या हैं।
- दिल्ली: पेट्रोल – ₹101.34 / डीजल – ₹89.87
- मुंबई: पेट्रोल – ₹107.26 / डीजल – ₹97.45
- कोलकाता: पेट्रोल – ₹102.74 / डीजल – ₹93.02
- चेन्नई: पेट्रोल – ₹99.20 / डीजल – ₹94.24
उपरोक्त दरों से यह स्पष्ट है कि विभिन्न राज्यों के टैक्स और डीलर कमीशन में अंतर के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर होता है।

ईंधन की कीमतें कैसे निर्धारित होती हैं?
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं। इनमें कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें, रुपये की डॉलर के मुकाबले विनिमय दर, केंद्र और राज्य सरकार के कर, और डीलर कमीशन शामिल हैं।
शहर | पेट्रोल (₹) | डीजल (₹) |
---|---|---|
बेंगलुरु | ₹104.20 | ₹95.60 |
हैदराबाद | ₹109.09 | ₹98.80 |
पुणे | ₹107.12 | ₹97.10 |
जयपुर | ₹106.17 | ₹93.43 |
लखनऊ | ₹101.56 | ₹89.96 |
चंडीगढ़ | ₹97.93 | ₹88.88 |
भोपाल | ₹108.65 | ₹96.82 |
पटना | ₹105.90 | ₹94.20 |
कर और डीलर कमीशन का प्रभाव
सरकार द्वारा लगाए गए उत्पाद शुल्क और वैट (VAT) का सीधा असर ईंधन की कीमतों पर पड़ता है। इसके अलावा, डीलर कमीशन भी अलग-अलग होता है, जो कुल कीमत में अंतर ला सकता है।
वैश्विक बाजार और ईंधन की कीमतें: विश्व बाजार में तेल की कीमतों में बदलाव का सीधा असर भारत में पेट्रोल-डीजल की दरों पर पड़ता है। जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ती है, तो इसका प्रभाव भारतीय बाजार पर भी होता है।
ईंधन की खपत और पर्यावरणीय चिंताएं
बढ़ते ईंधन की कीमतों के साथ ही, हमारी पर्यावरणीय चिंताएं भी बढ़ती जा रही हैं। सरकार और आम नागरिकों को मिलकर वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की तलाश करनी चाहिए।
- वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत:
- सौर ऊर्जा
- इलेक्ट्रिक वाहन
- बायोगैस
- सरकार की योजनाएं:
केंद्र सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं जो कि वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देती हैं।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण
पिछले कुछ वर्षों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के कई कारण रहे हैं, जिनमें मुख्य रूप से वैश्विक बाजार की अनिश्चितता और घरेलू कर नीतियों का योगदान है।
कैसे बचें बढ़ती कीमतों से?
- कारपूलिंग का सहारा लें
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें
- इलेक्ट्रिक वाहनों का चयन करें
फोकस कीवर्ड: पेट्रोल-डीजल के नए रेट

ईंधन की कीमतें न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करती हैं। इनकी सही जानकारी होना आवश्यक है ताकि आप अपनी दैनिक योजनाओं को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकें।
आने वाले समय में संभावित बदलाव
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव:
ईंधन की बढ़ती कीमतों से बचने के लिए, उपभोक्ताओं को चाहिए कि वे अपने वाहनों के माइलेज पर ध्यान दें और समय-समय पर अपनी गाड़ियों की सर्विसिंग कराते रहें।
ईंधन की बचत के तरीके:
अपने यात्रा के तरीकों में बदलाव करें, जैसे कि कारपूलिंग, साइकलिंग या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग।
ईंधन की प्रभावी प्रबंधन:
अपने यात्रा के तरीकों में बदलाव करें और अधिक ईंधन दक्षता वाले वाहनों का चयन करें।
आर्थिक और पर्यावरणीय लाभ:
ईंधन की बचत न केवल आपके खर्च को कम करती है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है।

वैकल्पिक ऊर्जा का भविष्य:
सरकार और उद्योगों के सहयोग से, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का भविष्य उज्ज्वल है।